2024 में बसंत पंचमी बुधवार, 14 फरवरी को है। यह हिंदू महीने माघ के शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन (पंचमी) को मनाया जाता है, जो वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है।

यह त्यौहार मुख्य रूप से ज्ञान, संगीत और कला की हिंदू देवी सरस्वती को समर्पित है। भक्त पूजा-अर्चना करके ज्ञान, रचनात्मकता और शैक्षणिक सफलता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

उत्सव में सरस्वती पूजा, भजनों का पाठ और पीले फूल, फल और मिठाई चढ़ाना शामिल है। कुछ क्षेत्रों में "विद्या आरंभ" की परंपरा है, जहां इस शुभ दिन बच्चों की शिक्षा की शुरुआत की जाती है। 

बसंत पंचमी वसंत ऋतु की शुरुआत के साथ मेल खाती है। पीला रंग, जो त्योहार और खिलते सरसों के खेतों दोनों से जुड़ा है, नई शुरुआत, खुशी और आशावाद का प्रतीक है। 

पूरे भारत में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं, जिनमें पतंग उड़ाना, पीले कपड़े पहनना और "बसंत रायता" और "केसर पेड़ा" जैसे पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लेना शामिल है। 

हालांकि मुख्य रूप से भारत और नेपाल में मनाया जाता है, बसंत पंचमी की भावना दुनिया भर के हिंदू समुदायों के बीच गूंजती है, जो सीखने, नवीनीकरण और वसंत ऋतु को गले लगाने का एक खुशी का अवसर है।